$ 0 0 नए बरस पर उनको, अपना प्रणाम कहना - सुखदेवसिंह कश्यप गजल/गजल - भगवानदास जैन/राजा चौरसिया .... कि अपनी भूमि बंजर है - चंद्रभान भारद्वाज